पेपर लीक न होता तो भी मुश्किल था यूपी-टीईटी कराना, जानिए क्यों?
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) का पेपर 28 नवंबर को लीक न होता तो भी परीक्षा सकुशल संपन्न कराना मुश्किल होता। पहली बार यूपी-टीईटी के प्रश्नपत्र और ओएमआर शीट (उत्तरपत्रक) छापने वाले बदरपुर नई दिल्ली के प्रिंटिंग प्रेस आरएसएम फिरसर्व लिमिटेड ने इतनी गड़बड़ियां की थी की परीक्षा के लिए पेपर बंटने के बाद ही केंद्र व्यवस्थापकों और अफसरों के हाथ-पांव फूल गए थे। RRB NTPC Result 2021 Date Click Now सबसे बड़ी गड़बड़ी हुई कि कई केंद्रों पर अभ्यर्थियों की संख्या से कम प्रश्नपत्र भेजे गए थे। नियमत: प्रत्येक केंद्र पर परीक्षार्थियों की संख्या से लगभग 8 से 10 प्रतिशत अधिक प्रश्नपत्र भेजे जाते हैं ताकि पेपर डैमेज हो तो उसे बदला जा सके। लेकिन प्रयागराज के ही एक केंद्र पर आवंटित 450 अभ्यर्थियों के लिए 408 प्रश्नपत्र ही पैकेट में निकले थे। पेपर पैकिंग में यह गलती कई अन्य जिलों में हुई थी और परीक्षा शुरू होने के बाद कई जिलों के जिलाधिकारियों ने शासन को फोन करके यह बात बताई थी। इसके अलावा ओएमआर शीट पर ए, बी, सी, डी सीरीज भी नहीं लिखी थी। प्रयागराज में पेपर जिस ट्रक से भेजा गया उसे ले...